जल्द ही हर हाल में, हम मुस्कुराएंगे
जल्द ही हर हाल में, हम मुस्कुराएंगे
आऐंगी फिर से बहारें, जश्न फिर से मनाएंगे
जिंदगी फिर गर्दिशों से, बाहर आएगी
भोर की नई नई किरण, जब मुस्कुराएगी
यकीन रख, सारी निराशा भाग जाएगी
वीते दुख बादल अंधेरे, भाग जाएंगे
गीत जब जीवन के मिलकर, गाये जाएंगे
भोर होगी फिर सुनहरी, नए राग आएंगे
फिजा फिर होगी सुहानी, दुख भूल जाएंगे
किसी भी सूरत में कभी, रफ्तार ये थमती नहीं
गाड़ी है जीवन की सुरेश, ये कभी रुकती नहीं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी