जलाकर खाक कर दी,
जलाकर खाक कर दी,
निशानियां इश्क़ की हमनें।
तेरे आगोश में आने पर,
घिन सी आती है मुझे।
वो बात नहीं,
तेरे अल्फाज में,
इत्र की महक भी,
दुर्गंध ही लाती है।
श्याम सांवरा….
जलाकर खाक कर दी,
निशानियां इश्क़ की हमनें।
तेरे आगोश में आने पर,
घिन सी आती है मुझे।
वो बात नहीं,
तेरे अल्फाज में,
इत्र की महक भी,
दुर्गंध ही लाती है।
श्याम सांवरा….