जरूरी है!
कसौटी है मोहब्बत की उतरना भी जरूरी है।
सफ़र है इश्क का हद से गुजरना भी जरूरी है।
अभी आगाज है यारों तलाश ए इश्क के सह का
कवायद है संभलना तो फिसलना भी जरूरी है।
जरूरी है मोहब्बत में बिखर कर टूट जाना भी।
मोहब्बत ख्वाब है केवल समझना भी जरूरी है।
फलक पर भी बना दोगे सुना था घर मेरे यारा।
मगर पहले जमीं पर यूं घिसटना भी जरूरी है।
हमारे मापदंडों में मोहब्बत अब नहीं आती।
मगर जब ख़्वाब आता है लिपटना भी जरूरी है।
असर कितना रहा मेरा मोहब्बत ने दिया है क्या?
सवाली दौड़ में अक्सर उलझना भी जरूरी है।
कि तुमने हाल जो पूछा अभी कुछ गम नहीं मुझको
रहा कुछ गम नहीं दीपक समझना भी जरूरी है ।