जरूरी है
हक़ीकत से सभी को रूबरू होना जरूरी है।
अगर पाने की हो ख़्वाहिश तो कुछ खोना जरूरी है।
कभी ये जिंदगी ही फाड़ देती तन के कपड़े भी।
कि रिश्तों की सिलाई से उन्हें पोना जरूरी है।
ज़माने वाले तन की मैल को बस धो रहें देखो।
दिलों की मैल को भी तो यहाँ धोना जरूरी है।
मुहब्बत एकतरफा तो हज़ारो होती रहती है।
सुना है दोस्ताना दो तरफ होना जरूरी है।
नहीं अहसास पाएंगे ग़मो के बिन खुशी का हम।
खुशी के साथ ग़म का बोझ भी ढोना जरूरी है।