Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2024 · 1 min read

” जरिया “

” जरिया ”
हमें मालूम है
लफ्ज़ कागज में उतारने से
महबूब लौटा नहीं करते,
फकत दिल बहलाने का
जरिया है ये यारों
उसमें सिर्फ सलाम लिखा है..

2 Likes · 2 Comments · 38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
परछाई
परछाई
Dr Mukesh 'Aseemit'
*शुभ गणतंत्र दिवस कहलाता (बाल कविता)*
*शुभ गणतंत्र दिवस कहलाता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बांग्लादेश हिंसा पर ...
बांग्लादेश हिंसा पर ...
SURYA PRAKASH SHARMA
मिथक से ए आई तक
मिथक से ए आई तक
Shashi Mahajan
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रक्तदान
रक्तदान
Pratibha Pandey
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
4100.💐 *पूर्णिका* 💐
4100.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वो तीर ए नजर दिल को लगी
वो तीर ए नजर दिल को लगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कुछ मासूम स्त्रियाँ!
कुछ मासूम स्त्रियाँ!
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
*आत्मविश्वास*
*आत्मविश्वास*
Ritu Asooja
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कुलदीप बनो तुम
कुलदीप बनो तुम
Anamika Tiwari 'annpurna '
तिरंगा
तिरंगा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मेरी शायरी की छांव में
मेरी शायरी की छांव में
शेखर सिंह
हम तो हैं प्रदेश में, क्या खबर हमको देश की
हम तो हैं प्रदेश में, क्या खबर हमको देश की
gurudeenverma198
दूसरों के दिलों में अपना घर ढूंढ़ना,
दूसरों के दिलों में अपना घर ढूंढ़ना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
Neeraj Agarwal
आखिर वो माँ थी
आखिर वो माँ थी
Dr. Kishan tandon kranti
दिल में बहुत रखते हो जी
दिल में बहुत रखते हो जी
Suryakant Dwivedi
..
..
*प्रणय*
फसल
फसल
Bodhisatva kastooriya
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सुनो! पुरूष होने का ताना तो जग देता है
सुनो! पुरूष होने का ताना तो जग देता है
पूर्वार्थ
मुझे भी
मुझे भी "याद" रखना,, जब लिखो "तारीफ " वफ़ा की.
Ranjeet kumar patre
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Neeraj Mishra " नीर "
🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳
🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳
Dr. Vaishali Verma
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
Neeraj kumar Soni
Loading...