” जय श्री राम “
श्री राम जय राम जय जय राम
हर सुख दुख में लूं तेरा ही नाम।
तू ही है मेरा जीवन दाता
तू ही हमारा भाग्य विधाता
तू ही बनाए मेरे बिगड़े काम
श्री राम जय राम जय जय राम
हर सुख दुख में लूं तेरा ही नाम।
स्नेह ममत्व का प्रभु तू है आकार
भक्तों के स्वप्न तू ही करे साकार
परमेश्वर तू बसा मेरे चारों ही धाम
श्री राम जय राम जय जय राम
हर सुख दुख में लूं तेरा ही नाम।
मेरी हर श्वास की डोर तेरे हाथ
हर पग पर प्रभु तेरा ही साथ
तुझसे ही सुबह प्रभु तुझसे ही शाम
श्री राम जय राम जय जय राम
हर सुख दुख में लूं तेरा ही नाम।
भक्त वत्सल है तू दया निधान
तुझे अर्पित प्रभु मेरे मन प्राण
करूणा का प्रभु तू ही है धाम
श्री राम जय राम जय जय राम
हर सुख दुख में लूं तेरा ही नाम।
श्री राम जय राम जय जय राम
हर सुख दुख में लूं तेरा ही नाम
जय श्री राम बोलो जय श्री राम
जय श्री राम बोलो जय श्री राम।
रंजना माथुर
जयपुर (राजस्थान)
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©