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30 Jun 2021 · 1 min read

जय श्री राधे

राधे राधे कहने से पाप सब हैं धुल जाते
राधा का नाम ही स्वयं में परम धाम है
राधा है मार्ग सुलभ श्याम को रिझाने का
राधे को बुलाओ आ जाता स्वयं श्याम है
वृषभानुदुलारी तुम विनती हमारी सुनो
रसना ये रटती तुम्हारा नित नाम है
स्वामिनी हमारी बना लो मुझे अपना दास
हे राधारानी तुम्हे हृदय से प्रणाम है

अशोक मिश्र

Language: Hindi
455 Views
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