जय श्री महाकाल सबको, उज्जैयिनी में आमंत्रण है
मोक्षदायिनी उज्जैयिनी, जहां शिवमय कण कण है
तीनों लोकों के अधिपति, जहां महाकाल हर क्षण हैं
मोक्षदायिनी क्षिप्रा गंगा,वहती जनगण मन में हैं
सत्य सनातन की संस्कृति,लोक कल्याण ही जीवन है
वैभवशाली भारत में, महाकाल लोक लोकार्पण है
परम प़काशित नगरी है,खुश दुनिया में जन जन है
आओ देखो छटा निराली, भारत की धरती पावन है
जहां कृष्ण ने शिक्षा पाई, किया राम ने तर्पण है
विक्रमादित्य सम़ाट की गाथा, भारत का गाता जन जन है
कालिदास और बाणभट्ट, साहित्य सृजन पूजन है
सिंहस्थ कुंभ प्रसिद्ध है जग में,हर हर महादेव जन जन में है
जयश्री महाकाल सबको, महाकाल लोक में आमंत्रण है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी