जय जवान
******जय जवान******
उन दुर्गम घाटियों में , तत्पर खङा जवान
रेतीली माटियों में , डटकर खङा जवान
सुनसान पहाड़ों में , चौकस बङा जवान
भयावह उजाड़ों में , दिवार ज्यों अङा जवान
जंगल बियाबानों में, हालात से लङा जवान
बंकरों मैदानों में, पहरा दे कङा जवान
कंदराओं गुफाओं में, बन रक्षक खङा जवान
डरावनी खिजाओं में,बन अचल खङा जवान
गर्मी में सर्द में , बन चट्टान अङा जवान
दुखदायी दर्द में , बन तूफान अङा जवान
सरहद के मस्तक पर, मोती सा जङा जवान
दुश्मन के सीने में, तीर सा गङा जवान
शून्य तापमान में, बैरी संग लङा जवान
गर्म रेगिस्तान में , बैरी संग भीङा जवान
कुदरत ने जाने किस , मिट्टी से घङा जवान
साहस पे सवार सिल्ला,दुश्मन पे चढ़ा जवान
-विनोद सिल्ला