जब से देखा तुमको
जब से देखा तुमको मेरा दिल मचल सा गया है
तेरे चेहरे का नूर मेरी आंखों में उतर सा गया है
तेरे चेहरे की मासूमी मेरे दिल को सताती हैं
ना जाने क्यों बस तेरी याद आती है
तेरा हंसता हुआ चेहरा
चांद की तरह सुनहरा
तेरी हिरनी जैसी चाल
सिर से लेकर पैर तक तू मुझे लगती है बेमिसाल
तेरी नाजुक सी अदाएं जैसे कि सावन की घटाएं
तेरे काले काले बाल सब कुछ मुझे लगते हैं बेमिसाल ै