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17 Jan 2022 · 1 min read

जब से चेहरा तेरा!

जब से देखा है चेहरा तेरा,मन में हलचल सी होने लगी।——-++——–वो नशीली आंखें, मृगनयनी सी चाल।देखकर मन मोरा,हो गया बेहाल।———-बस गई नैनों में ,याद आने लगी।जब से देखा है चेहरा तेरा मन में हलचल सी होने लगी।———-नैनो से छोड़े अनेकों तीर।मन में घाव हुए गंभीर।——-दिल से दिल की आवाज आने लगी।जब से देखा है चेहरा तेरा मन में हलचल सी होने लगी।——————–यौवन का था बंसत बहार।कई भौंरे मंडरा रहे थे, पाने को झंकार।——————————मन मोरा हुआ वावरा, नैनों की नींद उड़ने लगी। जब से देखा है चेहरा तेरा, मन में हलचल सी होने लगी।——————–जरा सी आहट से अहसास हो तेरा।——-भाव-विभोर हो उठा मन मेरा। तेरी एक झलक पाने की बैचेनी छाने लगी।———-जब से देखा है चेहरा तेरा मन में हलचल सी होने लगी।

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