Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Aug 2024 · 1 min read

” जब वो “

” जब वो ”
जब वो अपने गुनाह कबूल गए,
हम अपने तमाम दायरे भूल गए।

3 Likes · 3 Comments · 27 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
*बेटियाँ (गीतिका)*
*बेटियाँ (गीतिका)*
Ravi Prakash
आज के ज़माने में असली हमदर्द वो, जो A का हाल A के बजाए B और C
आज के ज़माने में असली हमदर्द वो, जो A का हाल A के बजाए B और C
*प्रणय प्रभात*
पंछी
पंछी
Saraswati Bajpai
कवियों का अपना गम...
कवियों का अपना गम...
goutam shaw
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
रुपेश कुमार
******** प्रेम भरे मुक्तक *********
******** प्रेम भरे मुक्तक *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हे गणपति श्रेष्ठ शुभंकर
हे गणपति श्रेष्ठ शुभंकर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जीवन में समय होता हैं
जीवन में समय होता हैं
Neeraj Agarwal
"गारा"
Dr. Kishan tandon kranti
दोस्त बताती थी| वो अब block कर गई है|
दोस्त बताती थी| वो अब block कर गई है|
Nitesh Chauhan
“लिखने से कतराने लगा हूँ”
“लिखने से कतराने लगा हूँ”
DrLakshman Jha Parimal
भाई बहिन के त्यौहार का प्रतीक है भाईदूज
भाई बहिन के त्यौहार का प्रतीक है भाईदूज
gurudeenverma198
प्यार कर हर इन्सां से
प्यार कर हर इन्सां से
Pushpa Tiwari
18. कन्नौज
18. कन्नौज
Rajeev Dutta
हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ,
हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ,
Umender kumar
जिसकी तस्दीक चाँद करता है
जिसकी तस्दीक चाँद करता है
Shweta Soni
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
शून्य ही सत्य
शून्य ही सत्य
Kanchan verma
छन्द- सम वर्णिक छन्द
छन्द- सम वर्णिक छन्द " कीर्ति "
rekha mohan
हजार मन में सवाल आते नहीं किसी का जवाब पाया।
हजार मन में सवाल आते नहीं किसी का जवाब पाया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
वाह रे मेरे समाज
वाह रे मेरे समाज
Dr Manju Saini
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
हर वो दिन खुशी का दिन है
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
कितने लोग मिले थे, कितने बिछड़ गए ,
कितने लोग मिले थे, कितने बिछड़ गए ,
Neelofar Khan
मायड़ भौम रो सुख
मायड़ भौम रो सुख
लक्की सिंह चौहान
रामभक्त हनुमान
रामभक्त हनुमान
Seema gupta,Alwar
🚩वैराग्य
🚩वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
2797. *पूर्णिका*
2797. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पानी से पानी पर लिखना
पानी से पानी पर लिखना
Ramswaroop Dinkar
खूबसूरती
खूबसूरती
Mangilal 713
Loading...