जब वो किस्सा याद आता है
जब वो किस्सा याद आता है
अधूरा हिस्सा याद आता है ,
जिधर को हम-दोनों चलें थे, साथ में ,
अब भी अक्सर वो दिशा याद आता है
उन दिनों को तो मैं भूल बैठा हूं,लेकिन
तेरे साथ बिताए वो निशा याद आता है
-केशव
जब वो किस्सा याद आता है
अधूरा हिस्सा याद आता है ,
जिधर को हम-दोनों चलें थे, साथ में ,
अब भी अक्सर वो दिशा याद आता है
उन दिनों को तो मैं भूल बैठा हूं,लेकिन
तेरे साथ बिताए वो निशा याद आता है
-केशव