जब मर जाऊंगा मैं
जो अब न मिला तू
सुन ले फिर, मर जाऊंगा मैं
है ये यकीं मुझे मरकर
तेरे और करीब आ जाऊंगा मैं
अभी याद करता नहीं
फिर पल पल तुम्हें याद आ जाऊंगा मैं।।
जब मरूंगा तो
जला दिया जाऊंगा मैं
जलकर फिर
धुआं बन जाऊंगा मैं
धुआं बनकर
हवा में मिल जाऊंगा मैं
फिर सांसों में मिलकर
तुम्हारे दिल में बस जाऊंगा मैं।।
जब मरूंगा तो
जला दिया जाऊंगा मैं
जलकर फिर
राख बन जाऊंगा मैं
राख बनकर
मिट्टी में मिल जाऊंगा मैं
उस मिट्टी में
उगकर फूल बन जाऊंगा मैं
बालों में लगकर
तुम्हारे करीब आ जाऊंगा मैं।।
जब मरूंगा तो
जला दिया जाऊंगा मैं
जलकर फिर
कहीं खो जाऊंगा मैं
खोकर फिर
सितारा बन जाऊंगा मैं
जब देखोगे आसमां में
तुम्हारी आंखों में बस जाऊंगा मैं।।
जब मरूंगा तो
जला दिया जाऊंगा मैं
जलकर फिर
बस फूल रह जाऊंगा मैं
फूलों को ले जाकर
गंगा में बहा दिया जाऊंगा मैं
बनकर गंगाजल
फिर तेरे घर आ जाऊंगा मैं
इस तरह फिर से
तुम्हारे करीब आ जाऊंगा मैं।।