जब भी तन्हाईयों में
जब भी तन्हाईयों में आएगी ।
याद तेरी रूला के जाएगी ।।
बे’पनाह तुमसे प्यार है हमको।
ज़ुबाँ तुमसे ये कह न पाएगी ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
जब भी तन्हाईयों में आएगी ।
याद तेरी रूला के जाएगी ।।
बे’पनाह तुमसे प्यार है हमको।
ज़ुबाँ तुमसे ये कह न पाएगी ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद