जनता के वोट रूपी साबुन से, केजरीवाल नहायेंगे
जनता के वोट रूपी साबुन से, केजरीवाल नहायेंगे
फ़ी बिजली फ़ी पानी, बिरयानी खिलाएंगे
एक के ऊपर एक फ़ी, फिर जनता को पिलाएंगे
घड़ियाली आंसू जनता के सामने बहाएंगे
बेकसूर फंसाने के आरोप लगाएंगे
फ़ी छाप लोग फिर पिघल जाएंगे
वे पवित्र होकर फिर बैठ जाएंगे
आतिशी ने लाल कुर्सी खाली रखी है
वे दाग रहित बैठ जाएंगे
दामन में दाग, नए नए लग जाएंगे
कोर्ट में वर्षों बरस लग जाएंगे,
न हम जान पाएंगे,न वो बाज आएंगे
तभी तो कहेंगे दाग अच्छे हैं?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी