जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है
(शेर)- करबद्ध प्रणाम उन सभी गुरुओं को, जो मिटाते हैं अज्ञानता का अंधेरा।
बिना भेदभाव और निःस्वार्थ जो, करते हैं इस जग में शिक्षा से सवेरा।।
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अज्ञानता का अंधेरा, दुनिया में जो मिटाता है।
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है।।
अज्ञानता का अंधेरा——————–।।
करता है रोशनी जो, ज्ञान का दीप जलाकर।
जाति- धर्म, ऊंच- नीच का, जो भेद मिटाकर।।
अंधविश्वासों के जाल जो, जग में हटाता है।
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है।।
अज्ञानता का अंधेरा———————–।।
करता नहीं है जो दिखावा, अपने जीवन में कभी।
धन- दौलत- महलों का, जीवन में नहीं लालच कभी।।
छल- कपट और स्वार्थ जो, जीवन में नहीं दिखाता है।
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है।।
अज्ञानता का अंधेरा———————।।
सही राह पर चलाये जो, भूले- भटके इंसान को।
परोपकारी- अहिंसावादी, जो बनाये इंसान को।।
संस्कार-देशभक्ति-मानवता,जो हमको सिखाता है।
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है।।
अज्ञानता का अंधेरा——————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)