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8 Nov 2021 · 1 min read

जग में अति पूजनीय माता पिता ..

जब संतान माता पिता की अवज्ञा करने लगे ,
और उनको खून का घूंट पीकर रहना पड़े ।

जब संतान माता पिता के समक्ष क्रोध करे ,
और उनको निरपराध होकर क्षमा मांगनी पड़े ।

जब माता पिता के कुछ समझाने से चिढ़ जाए,
तब माता पिता को खामोश रह जाना पड़े ।

तब समझो संतान का दुर्भाग्य प्रारंभ हो गया,
जब माता पिता को उसके जीवन से दूर जाना पड़े।

जिनके पास माता पिता होते उनको कद्र नहीं होती ,
पूछो उन अनाथों से जो जग की ठोकरों में है पड़े।

संतान का तो कर्तव्य है माता पिता की पूजा करना ,
यदि वो इनके समक्ष झुके तो उसे कहीं झुकना न पड़े ।

माता पिता के चरणों में स्वर्ग है देवता जिन्हें पूजें,
मातृ पितृ भक्त संतान हेतु मोक्ष के द्वार खुले पड़े।

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 197 Views
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