Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2020 · 1 min read

जंगल की रामलीला

जंगल में हुई रामलीला
चुना एक ऊँचा सा टीला
बनी लोमड़ी सीता रानी
और राम जी लोमड़ ज्ञानी
तीन शेर भाई रघुराई
हाथी बने विभीषण भाई
काला भालू रावण बनकर
ले आया सीता को हरकर
हनुमान जी बना जो वानर
उधम मचाया लंका जाकर
सीता जी को शीश नवाया
फिर लंका को पूर्ण जलाया
रामचिन्ह चूड़ामणि देकर
चले मुद्रिका उनसे लेकर
पता राम जी ने जब पाया
सागर पर फिर पुल बनवाया
उधर विभीषण ने समझाया
पर रावण को तनिक न भाया
इतने कड़वे वचन सुनाये
शरण राम की तब वो आये
भेद बताया जब रावण का
आया काल तभी दुश्मन का
लंका नरेश बने विभीषण
सीता का पर अग्नि परीक्षण
और राम ने सीता त्यागी
थे वो मर्यादा अनुरागी
बात नहीं पर सबको भाई
तभी रामलीला रुकवाई
कहा राम आदर्श हमारे
किये काम भी मंगल सारे
कृत्य नहीं ये हमको भाया
अपनी सीता को ठुकराया
नहीं करेंगे इसका मंचन
फूँका रावण किया समापन

25-10-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

2 Likes · 389 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
कविता
कविता
Shweta Soni
बीमार घर/ (नवगीत)
बीमार घर/ (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
क्या मागे माँ तुझसे हम, बिन मांगे सब पाया है
क्या मागे माँ तुझसे हम, बिन मांगे सब पाया है
Anil chobisa
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
अखबार
अखबार
लक्ष्मी सिंह
Destiny
Destiny
Dhriti Mishra
दान
दान
Neeraj Agarwal
मेरा कौन यहाँ 🙏
मेरा कौन यहाँ 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"अदा"
Dr. Kishan tandon kranti
मन की आँखें खोल
मन की आँखें खोल
Kaushal Kumar Pandey आस
मनुष्य की महत्ता
मनुष्य की महत्ता
ओंकार मिश्र
सोने के भाव बिके बैंगन
सोने के भाव बिके बैंगन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
विषय – मौन
विषय – मौन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*यह कहता चाँद पूनम का, गुरू के रंग में डूबो (मुक्तक)*
*यह कहता चाँद पूनम का, गुरू के रंग में डूबो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मेरी शक्ति
मेरी शक्ति
Dr.Priya Soni Khare
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
मुख  से  निकली पहली भाषा हिन्दी है।
मुख से निकली पहली भाषा हिन्दी है।
सत्य कुमार प्रेमी
टूटे न जब तक
टूटे न जब तक
Dr fauzia Naseem shad
मैं तो महज शमशान हूँ
मैं तो महज शमशान हूँ
VINOD CHAUHAN
मां तेरा कर्ज ये तेरा बेटा कैसे चुकाएगा।
मां तेरा कर्ज ये तेरा बेटा कैसे चुकाएगा।
Rj Anand Prajapati
****प्राणप्रिया****
****प्राणप्रिया****
Awadhesh Kumar Singh
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
Jyoti Khari
मैं और दर्पण
मैं और दर्पण
Seema gupta,Alwar
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
PK Pappu Patel
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
gurudeenverma198
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
2545.पूर्णिका
2545.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
-- दिव्यांग --
-- दिव्यांग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मां ब्रह्मचारिणी
मां ब्रह्मचारिणी
Mukesh Kumar Sonkar
गुनो सार जीवन का...
गुनो सार जीवन का...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...