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23 Jan 2024 · 1 min read

*छ्त्तीसगढ़ी गीत*

छ्त्तीसगढ़ी गीत
रिमझिम रिमझिम बरसत बदरिया
22 22 22 212
रिमझिम रिमझिम बरसत बदरिया ।
गावत हिरदे करमा ददरिया।।
रूनझुन रूनझुन खेती खार हे।
सिरतो सुघ्घर चलत बैपार हे।
सुनता बांधत संगी जहुरिया।।
रिमझिम रिमझिम…….
सरसर सरसर ये चलय मस्त पवन।
काम बुता मा सब हावय मगन ।
पाटी पारत निकले बहुरिया।
रिमझिम रिमझिम ……
हरियर हरियर दुनिया झूमरत।
करत मया हरहिंछा किंजरत।
जिनगी खेदू लेवत लहरिया।।
रिमझिम रिमझिम………
…….✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
23-01-2024मंगलवार

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