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16 Nov 2024 · 1 min read

“छोड़ दी हमने”

“छोड़ दी हमने”

खजाने लूट रहे थे हम
माँ-बाप की छाँव में,
महज कौड़ियों के लिए
छोड़ दिये अपना गाँव ।

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