छोटी सी प्रेम कहानी
ख़्वाब था ये मेरा
ज़िंदगी उसके संग बितानी थी
जोश था उस वक्त बहुत
नई नई आई जवानी थी
मैं उसका दिवाना था
और वो मेरी दिवानी थी
एक छोटी सी
हमारी प्रेम कहानी थी
उसके दिल में बसता था मैं
लगती हर सुबह कितनी सुहानी थी
देखकर चेहरा उसका
कटती ख़ुशी से ये ज़िंदगानी थी
खुश थी वो भी बहुत
लग रही कोई फ़िल्मी कहानी थी
हर मोड़ पर नई खुशियाँ
हमको दे रही ये ज़िंदगानी थी
वो छाई थी मेरे दिलो दिमाग़ पर
लगता था ये जान पहचान पुरानी थी
सही समय की तलाश में था मैं
दिल की बात उसे मुझको बतानी थी
बताई जब दिल की बात उसको
कौन जाने वो बदल जानी थी
दूरियां बना ली उसने
शुरू हो गई मेरी दुख भरी कहानी थी
न जाने कैसे लग गया
ग्रहण हमारी इस कहानी पर
कुछ पता न चला
जाने कैसे वो हो गई अनजानी थी
मैं तो अब भी उसका दिवाना था
लेकिन अब वो किसी और की दिवानी थी
कहाँ कहाँ नहीं ढूँढा मैंने उसको
जाने कहाँ खो गई अब वो प्रेम कहानी थी।