छुट्टी के बहाने
मेडम , अब तो छोड़ दो हमें
दर्द हो रहा है हाथों में
रोता होगा मेरा पेन भी
देख अत्याचार आपके
अरे ,कोई समझाओं इन्हें,
नन्हे बच्चे हैं हम
देखो मेम , कह रही कोपी मेरी
अब तो तुम ना खाओ हमें,
खत्म करके दम लोगे क्या?
झल्ला रहीं हैं बार बार
रो रही है बैंच भी,
कहते तुम हो भाङी बहुत,
अब तो उठ जा मुझ पे से,
अरे, मेम कुछ तो दो ध्यान हमपे,
देखो बिगड़ रहा है स्वास्थ्य हमारा
लट्ठु कि तरह घुम रहा है सिर
आंख खेल रही है छुपा छुपी
अब तो दे दो छुट्टी हमें
अरे मेम, अब कोई बहाना भी ना बचा
दे दो छुट्टी मेडम अब हमें