छलका छलका प्यार
मन के पौधे पर
उगा एक संसार
नदी बनी भावनाएं
गीला हुआ व्यवहार
संभाले संभला नहीं
छलका छलका प्यार
सूर्य सा तेज पुंज
उतरा मेरे द्वार
कोने कोने छा गया
किरणों का विस्तार
खुशियों को मिल गया
हलका हलका भार
आकाश के वक्ष ने
किए मेघ स्वीकार
युगल जोड़ी ने भेजा
मिला जुला उपहार
धरती ने खोला आँचल
सरका सरका श्रृंगार
वृक्षों की डालियां झुकी
कोंपल की बहार
फल से रस का बना
नया नया करार
भंवरे के गीत में
झलका झलका मलहार