छंद मुक्त रचना
बेवजह यूं ही इल्ज़ाम लगाने वाले।
मेरे दामन में दाग दिखाने वाले।
कुछ तो अपना भी ख्याल कर लो
मेरे दर पर खुशियां पहुंचाने वाले।
इश्क़ है तो दिल जां ओ रूह से कर
बारहा इश्क यूं हमसे जताने वाले।
दिल जिगर चैन ओ खुशियां मैंने
तेरे ही नाम किया सुन ले सताने वाले।
कसम दिया तूने कि नशा मत करना
कस्म देते हैं तुम्हारा ही पिलाने वाले।