चोर-चोर मौसेरे भाई
खुद खोटा, खोटा पर हँसकर
कहता है तुम खोटे हो ,
छोटा, छोटा से कहता है ,
तुम बौने हो , छोटे हो ,
चोर- चोर मौसेरे भाई,
अंदर की है बात मगर ,
बाहर वही चोर ,चोर से
कहता है तुम चोट्टे हो ||
अवध किशोर ‘अवधू’
ग्राम – बरवाँ (रकबा राजा )
पोस्ट- लक्षमीपुर बाबू
जिला-कुशीनगर (उत्तर प्रदेश )
मो.न.9918854285