*चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत (हास्य कुंडलिया)*
चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत (हास्य कुंडलिया)
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चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत
जिसका होगा कंठ मधु, उसकी होगी जीत
उसकी होगी जीत, चोर जी की जय बोलो
किसका असली गीत, फेसबुक चलो टटोलो
कहते रवि कविराय, कर रहा सीनाजोरी
जो पक्का बेशर्म, रात-दिन करता चोरी
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451