Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Sep 2024 · 1 min read

*चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत (कुंडलिया)*

चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत (कुंडलिया)
_________________________
चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत
जिसका होगा कंठ मधु, उसकी होगी जीत
उसकी होगी जीत, चोर जी की जय बोलो
किसका असली गीत, फेसबुक चलो टटोलो
कहते रवि कविराय, कर रहा सीनाजोरी
जो पक्का बेशर्म, रात-दिन करता चोरी
———————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

1 Like · 12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
कमाल लोग होते हैं वो
कमाल लोग होते हैं वो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुक्ममल हो नहीं पाईं
मुक्ममल हो नहीं पाईं
Dr fauzia Naseem shad
वक्त
वक्त
Ramswaroop Dinkar
जरूरत के वक्त जब अपने के वक्त और अपने की जरूरत हो उस वक्त वो
जरूरत के वक्त जब अपने के वक्त और अपने की जरूरत हो उस वक्त वो
पूर्वार्थ
आवाज मन की
आवाज मन की
Pratibha Pandey
वेदना में,हर्ष  में
वेदना में,हर्ष में
Shweta Soni
दोहा
दोहा
sushil sarna
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
Sunil Suman
गुरु सर्व ज्ञानो का खजाना
गुरु सर्व ज्ञानो का खजाना
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
कवि रमेशराज
Wishing you a Diwali filled with love, laughter, and the swe
Wishing you a Diwali filled with love, laughter, and the swe
Lohit Tamta
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें,
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें,
DrLakshman Jha Parimal
"सफ़र"
Dr. Kishan tandon kranti
जमाने में
जमाने में
manjula chauhan
चित्र और चरित्र
चित्र और चरित्र
Lokesh Sharma
भक्ति एक रूप अनेक
भक्ति एक रूप अनेक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी
महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी
Seema gupta,Alwar
दिन गुजर जाता है ये रात ठहर जाती है
दिन गुजर जाता है ये रात ठहर जाती है
VINOD CHAUHAN
शब्द
शब्द
Sûrëkhâ
*ग़ज़lवतरण*
*ग़ज़lवतरण*
*प्रणय प्रभात*
यह कलियुग है यहां हम जो भी करते हैं
यह कलियुग है यहां हम जो भी करते हैं
Sonam Puneet Dubey
गृहणी का बुद्ध
गृहणी का बुद्ध
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
महान व्यक्तित्व
महान व्यक्तित्व
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
कोई तो है
कोई तो है
ruby kumari
4400.*पूर्णिका*
4400.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं चोरी नहीं करता किसी की,
मैं चोरी नहीं करता किसी की,
Dr. Man Mohan Krishna
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है,
हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है,
Umender kumar
Loading...