चैन से जिंदगी
मुझे ना कही मिल रहा सुकून था
ले आया मुझे यहाँ ऐसा जुनून था
शराब नाम अगर तो क्या हुआ यारों
ये दवा है दर्द का – ये दवा है दर्द का |
आज मन से सारे गम को, मिटाने आ गए
चैन से जिंदगी को बिताने आ गए |
दुख का सागर ही आता नजर
गम कि लहरे दीखाए कहर
था अरमान ये कभी शौक से
मिलेगे किसी दिन हम इस चौक पे
दिल में थी लगी आग, वो बुझाने आ गए | चैन से
जबसे किया वो मुझे बेखबर
कि पल मे उठाना परा ये जहर
डर लगता ना अब मुझे मौत से
मर जाएंगे हम अब इस खौफ से
टूटे दिल को दिल्लगी से, मिलाने आ गए | चैन से
✍️ बसंत भगवान राय