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6 Jun 2023 · 1 min read

चैत्र माह का हैं उपहार

नव नव पल्लव सज्जित तरुवर
चैत्र माह का हैं उपहार ,
कोमल कोपल महक डाल पर
करती सुरभित पवन बयार ।

मानो वृक्ष वर बन सँवरकर
सेहरे की लड़ियाँ रहे सँवार
नव वधू सी सजी धरा है
हो पुष्प मालाओं से तैयार ।

कुछ धानी कुछ पीत वर्ण की
पहने बाली कनक – क्यार
आम डाल पर मंजरी झूमे
कोकिल गाए बसंत बहार ।

कण कण में बिखरा सौंदर्य
करता हृदय में सुख संचार
रंग पर्व के अभिनंदन में
सजती वसुधा सोलह शृंगार ।

डॉ रीता सिंह
चन्दौसी ,सम्भल

Language: Hindi
304 Views
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