चुप रहने की घुटन
चुप रहने की घुटन
उस औरत से पूछो,
जिसको शराबी पति
कुछ भी पूछने से पहले
तड़ाक से लगा देता है
दो चांटे
और वो आंसू पोंछ
करती है घर के काम
चुप की घुटन में तपती।
न घर छोड़ सके ,न पति!!
या उस मर्द से पूछो
जिसको काम न पूरा
होने पर
बुरी तरह से डांटा-फटकारा
गया हो दिन भर दफ्तर में
चुप की घुटन में तपता
न नौकरी छोड़ सकता ,न बोल सकता!!
चुप की घुटन उस बच्चे से पूछो
जो भूखे पेट खिलौनों की दुकान पर
ग्राहकों को दिखाता है नये खिलौने
डांट खाता है मालिक की।
चुप की घुटन में तपता
मां की दवाई,और राशन
न बोल सकता वो दो शब्द
न नौकरी छोड़ सकता !!
चुप की घुटन का शोर
हिला के रख देता है अंतर्मन को।
कहां चीखें
किससे बोले
कौन सुनेगा
इस चुप की घुटन को🥹🥹
सुरिंदर कौर