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10 Jul 2020 · 1 min read

चुप ओढ़ना

थी कहाँ आदत मिरी चुप ओढ़ना
बन गई फ़ितरत मिरी चुप ओढ़ना

क्यों किसी से कह न पाया हाले-दिल
क्यों बनी चाहत मिरी चुप ओढ़ना

वक़्त ने गूँगे किये जज़्बात जब
बन गई आदत मिरी चुप ओढ़ना

इश्क़ में टूटे सितम जो बारहा
हो गई ताबियत मिरी चुप ओढ़ना

ऐ खुदा! मुझको बता दे आज तू
क्यों रही क़िस्मत मिरी चुप ओढ़ना

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 238 Views
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