चुनौतियों और परेशानियों से डरकर
चुनौतियों और परेशानियों से डरकर
कैसे प्रगति मार्ग पर रुक जाऊं
मुझे तो समुंदर की गहराइयों तक जाना है
लहरों का निमंत्रण स्वीकार करके
अपनी कस्ती आगे खुद बढ़ाना है।
चुनौतियों और परेशानियों से डरकर
कैसे प्रगति मार्ग पर रुक जाऊं
मुझे तो समुंदर की गहराइयों तक जाना है
लहरों का निमंत्रण स्वीकार करके
अपनी कस्ती आगे खुद बढ़ाना है।