“चुनौतियाँ”
“चुनौतियाँ”
चुनौतियों को सहजता से स्वीकार करें, लेकिन मुकाबला गम्भीरता से करें। कोई ऐसी रात नहीं, जिसका अन्त ना हों। सवेरा जरूर होता है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
अमेरिकन एक्सीलेंट अवार्ड प्राप्त।
“चुनौतियाँ”
चुनौतियों को सहजता से स्वीकार करें, लेकिन मुकाबला गम्भीरता से करें। कोई ऐसी रात नहीं, जिसका अन्त ना हों। सवेरा जरूर होता है।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
अमेरिकन एक्सीलेंट अवार्ड प्राप्त।