चुनाव और नेता
दैनिक जागरण में प्रकाशित
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देश चलाने की खातिर होना जो चुनाव जरूरी है
नेताओं में देश प्रेम का होना भी भाव जरूरी है
लोकतंत्र भारत में जो मत देने का अधिकार मिला
उसका हम सबके ही मन में होना चाव जरूरी है
अगर देश की आन मान पर आंच जरा भी आ जाये
तो हम सबके तन अरु मन में आना ताव जरूरी है
करते रहते हैं धर्मों की जो चोट यहाँ नेता अक्सर
लगा एकता का मरहम ही भरना घाव जरूरी है
करके सब मतदान ‘अर्चना’, चुनो सही नेता अपना
देश की व्यवस्था में अब तो होना जमाव जरूरी है
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद
19-11-2017