चीख रहा है (गीतिका)
चीख रहा है (गीतिका)
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(1)
जिसको देखो चीख रहा है
गुस्से ही में दीख रहा है
(2)
मारो-काटो सभी जगह है
तोता यह ही सीख रहा है
(3)
आदमियों में फँसा आदमी
माँग जान की भीख रहा है
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451