Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2023 · 1 min read

*चिंता-रहित बनाता मन को, ईश्वर का शुभ नाम है (हिंदी गजल/ गीतिका)*

चिंता-रहित बनाता मन को, ईश्वर का शुभ नाम है (हिंदी गजल/ गीतिका)
_________________________
1
चिंता-रहित बनाता मन को, ईश्वर का शुभ नाम है
व्यक्ति अकर्ता जहॉं, कर्म के फल पर पूर्ण विराम है
2
सात्विक-जीवन शुद्ध रूप से, विचरण करता दिखता
निरभिमानता-भरा हुआ, निर्लोंभी जो निष्काम है
3
धन से नहीं खरीदा जाता, दुर्लभ ईश्वर-दर्शन
परम अलौकिक छवि का, कोई लगा न पाया दाम है
4
जो करना है अभी करो, कल कभी नहीं आएगा
रोज सुबह होती है, वरना रोज हो रही शाम है
5
नदियॉं झरने पर्वत सागर, सूर्य चंद्रमा तारे
जन्म-मरण का क्रम, ईश्वर का एक सिर्फ व्यायाम है
6
चला रहा है ईश्वर जग को, बिना किसी को दीखे
वह अलिप्त है, किंतु कर्म से लेता कब विश्राम है
7
जन्म मरण के फॅंसा चक्र में, दुनिया का हर प्राणी
सफल उसी का जीवन, जिसको मिलता प्रभु का धाम है
_________________________
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

156 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

रंजीत कुमार शुक्ला
रंजीत कुमार शुक्ला
हाजीपुर
इतिहास कचरा है
इतिहास कचरा है
Shekhar Chandra Mitra
नया विज्ञापन
नया विज्ञापन
Otteri Selvakumar
*हे शारदे मां*
*हे शारदे मां*
Dr. Priya Gupta
भय
भय
Shyam Sundar Subramanian
हिम्मत एवम साहस
हिम्मत एवम साहस
मधुसूदन गौतम
सचमुच वो मुहब्बत करते हैं
सचमुच वो मुहब्बत करते हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
सभी नेतागण आज कल ,
सभी नेतागण आज कल ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कितना कठिन है
कितना कठिन है
डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद"
"भाभी की चूड़ियाँ"
Ekta chitrangini
*स्पंदन को वंदन*
*स्पंदन को वंदन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
The enchanting whistle of the train.
The enchanting whistle of the train.
Manisha Manjari
"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ"
Dr. Kishan tandon kranti
#वो अजनबी#
#वो अजनबी#
Madhavi Srivastava
कुरसी महिमा धत्ता छंद
कुरसी महिमा धत्ता छंद
guru saxena
स्क्रीनशॉट बटन
स्क्रीनशॉट बटन
Karuna Goswami
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मंजिल खुद अश्रु - सिक्त हुई ..
मंजिल खुद अश्रु - सिक्त हुई ..
Priya Maithil
पायल
पायल
Kumud Srivastava
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माँ की ममता,प्यार पिता का, बेटी बाबुल छोड़ चली।
माँ की ममता,प्यार पिता का, बेटी बाबुल छोड़ चली।
Anil Mishra Prahari
धर्म की खूंटी
धर्म की खूंटी
मनोज कर्ण
*रंगों का कारोबार*
*रंगों का कारोबार*
Shashank Mishra
A daughter's reply
A daughter's reply
Bidyadhar Mantry
तेवरी में रागात्मक विस्तार +रमेशराज
तेवरी में रागात्मक विस्तार +रमेशराज
कवि रमेशराज
*कलियुग*
*कलियुग*
Pallavi Mishra
* गीत मनभावन सुनाकर *
* गीत मनभावन सुनाकर *
surenderpal vaidya
छड़ी
छड़ी
Dr. Bharati Varma Bourai
.
.
*प्रणय*
जो भी मिलता है उससे हम
जो भी मिलता है उससे हम
Shweta Soni
Loading...