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27 Sep 2024 · 1 min read

चिंतन

मन साधिये तन भी सध जायेगा
पथ जीवन को अपना मिल जायेगा

काम से दूर यदि कामनाएं रहें
राग में भी वैराग मिल जायेगा

मूंद आँखे जरा ध्यान में बैठ तू
तुझे अर्थ जीवन का मिल जायेगा

करो कर्म तुम हो समर्पित सदा ही
लक्ष्य जीवन तुमको मिल जायेगा

हो तप त्याग से ही सफल श्रम सदा
सुमन नेह मरू में भी खिल जायेगा

कर्म का आंकलन आत्म करने लगे
स्वतः ज्ञान का दीप जल जायेगा

जब वाणी हृदय शोक हरने लगे
विजय मूल जीवन का मिल जाएगा

जब प्राप्य अप्राप्य ही लगने लगे
शून और शिखर सब ही मिल जायेगा

Language: Hindi
1 Like · 17 Views
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