Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#14 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
3 Sep 2024 · 1 min read
“चाहत
“चाहत
दिल की चाहत प्रेम है
दिमाग की सफलता,
आत्मा सदा शान्ति चाहे
न मिलने से खलता।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 56 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
Shyam Sundar Subramanian
ख्वाबों के रेल में
Ritu Verma
वो ठहरे गणित के विद्यार्थी
Ranjeet kumar patre
कौन कमबख्त नौकरी के लिए आता है,
Sanjay ' शून्य'
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
Pramila sultan
"इंसान की फितरत"
Yogendra Chaturwedi
तेरी याद.....!
singh kunwar sarvendra vikram
ढोंगी बाबा से सदा,
sushil sarna
"रचो ऐसा इतिहास"
Dr. Kishan tandon kranti
तेवरी में रागात्मक विस्तार +रमेशराज
कवि रमेशराज
-Relationships require effort.
पूर्वार्थ
जबसे उनको रकीब माना है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
Lokesh Sharma
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
Ravi Prakash
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
मेरे प्रेम पत्र
विजय कुमार नामदेव
दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये।
Anil Mishra Prahari
ओ! महानगर
Punam Pande
पिता
Neeraj Agarwal
सब्र का बांँध यदि टूट गया
Buddha Prakash
4331.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दुआ सलाम न हो पाए...
अरशद रसूल बदायूंनी
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
सरोवर की और बहती नदियों पर कभी भी विश्वास कर नहीं उतरना चाहि
Jitendra kumar
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
मेरा शहर
विजय कुमार अग्रवाल
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
(विकास या विनाश?)
*प्रणय*
कमियों पर
रेवा राम बांधे
Movers and Packers in Bhiwani
Hariompackersandmovers
Loading...