चाय ही पी लेते हैं
कोई कहां किसी को हमेशा साथ देता है
वो तोआप हैं जो बेहिचक पुकार लेते हैं।
कोई कहां किसका इंतजार करता है
वो तो आप हैं जो बाजार में मिल लेते है।
कौन किसकी हमेशा खबर लेता हैं
वो तो आप हैं जो कुशल पूछ लेते है।
जमाना दरियादिली का अब नहीं रहा
वो तो आप है जो हरा बटन दबा लेते हैं।
बाहर उजाला नहीं, बहुत अंधेरा है यहाँ
सुनसान राहों पर वे क्या नहीं ले लेते हैं ।
सर्दी है, कुहासा है, घने कोहरे का पहरा है
सूरज सोया है अभी, चाय ही पी ले लेते हैं
जमाना बीत गया, तुम्हारा साथ जो मिला था
अब तो सुबह -शाम सड़कों को नाप लेते हैं