चाय सी यारी
थीम्म्पोस्ट:चाय सी यारी
काश कुछ यूँ
हो जाये
तू चीनी सा
ओर मैं चाय पत्ती सी
घुल जाए एक दूजे में
ऒर दूध सा
प्यार बढ़े दोनो में
काश कुछ यूँ
हो जाये
तू पास हो मेरे
होठो पर चाय के कप सा
महक उठे
बदन मेरा चाय की स्फूर्ति सा
मेरे चेहरे पर
चाय सी यारी झलके
काश कुछ यूँ
हो जाये
तरंग चाय सी यारी की
दिखे मेरी वीरान राह में
नीरस सी जिंदगी में
बस चाय सी यारी झलके
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद