Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2021 · 1 min read

चाय पर

आओ चाय पीने के बहाने तलाशते हैं
मिलकर बाते पुरानी याद करते हैं
चाय पीने का तो एक बहाना है
मिलने का मन आज बनाया हैं
बस तुमको तो, अपने पास बुलाना है
आओ तुम फुर्सत निकाल करके
फिर से यादों को ताजा करते हैं
मैं चाय बनाकर लाती हूँ
उसकी चुस्कियों में बात करते हैं
आओ आंगन में कुर्सी लगाते हैं
फिर वही यादों को ताजा करते हैं
हमको जो पसंद वही बातें करते हैं
आज जल्दबाजी नही कोई करते हैं
बात पूरी आज फिर से याद करते हैं

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 327 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
Shweta Soni
*** सागर की लहरें....! ***
*** सागर की लहरें....! ***
VEDANTA PATEL
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
ଆପଣ କିଏ??
ଆପଣ କିଏ??
Otteri Selvakumar
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
माह -ए -जून में गर्मी से राहत के लिए
माह -ए -जून में गर्मी से राहत के लिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
-- कैसा बुजुर्ग --
-- कैसा बुजुर्ग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
देता है अच्छा सबक़,
देता है अच्छा सबक़,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
शायरी
शायरी
गुमनाम 'बाबा'
मरने के बाद।
मरने के बाद।
Taj Mohammad
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
जो कभी सबके बीच नहीं रहे वो समाज की बात कर रहे हैं।
राज वीर शर्मा
जिंदगी का सबूत
जिंदगी का सबूत
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
शिव आराध्य राम
शिव आराध्य राम
Pratibha Pandey
सन्यासी का सच तप
सन्यासी का सच तप
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जवाला
जवाला
भरत कुमार सोलंकी
जो होता है आज ही होता है
जो होता है आज ही होता है
लक्ष्मी सिंह
🌸साहस 🌸
🌸साहस 🌸
Mahima shukla
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
Phool gufran
कुपमंडुक
कुपमंडुक
Rajeev Dutta
स्वयं पर विश्वास
स्वयं पर विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
हिन्दी के हित प्यार
हिन्दी के हित प्यार
surenderpal vaidya
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
DrLakshman Jha Parimal
"जीवन की अंतिम यात्रा"
Pushpraj Anant
वर्तमान राजनीति
वर्तमान राजनीति
नवीन जोशी 'नवल'
अतीत - “टाइम मशीन
अतीत - “टाइम मशीन"
Atul "Krishn"
2941.*पूर्णिका*
2941.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अगर प्रफुल्ल पटेल
अगर प्रफुल्ल पटेल
*प्रणय प्रभात*
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
Sukoon
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
Bodhisatva kastooriya
Loading...