चाय के संग संग
दोस्तों के संग चाय की चुस्कियां
याद आ रही प्यार की मस्तियां
खेल राजनीति और खबरें नई
चाय के अड्डे की यादें कई
चाय पीने पिलाने का अंदाज ही और है
महफिलों का अपना अलग दौर है
बचपन जवानी बुढ़ापे के दिन
एक दिन न रहे हम चाय विन
चाय के संग चर्चा का अलग है मजा
हर मौसम महफिल देती सजा
आ जाइए जनाब मिल बैठिए
संग चाय का मिलकर मजा लीजिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी