Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2024 · 1 min read

” चापड़ा-चटनी “

” चापड़ा-चटनी ”
लाल चीटियाँ चापड़ा कहलाती
जो बिकती हाट बाजारों में,
स्वादिष्ट चटनी बनाकर खाते
बस्तर के गलियारों में।

2 Likes · 2 Comments · 43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
पंख
पंख
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
खालीपन – क्या करूँ ?
खालीपन – क्या करूँ ?
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"अंधविश्वास में डूबा हुआ व्यक्ति आंखों से ही अंधा नहीं होता
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
अधिकार जताना
अधिकार जताना
Dr fauzia Naseem shad
I don't need any more blush when I have you cuz you're the c
I don't need any more blush when I have you cuz you're the c
Chaahat
International Camel Year
International Camel Year
Tushar Jagawat
स्त्री न देवी है, न दासी है
स्त्री न देवी है, न दासी है
Manju Singh
..
..
*प्रणय*
हर सांस की गिनती तय है - रूख़सती का भी दिन पहले से है मुक़र्रर
हर सांस की गिनती तय है - रूख़सती का भी दिन पहले से है मुक़र्रर
Atul "Krishn"
love or romamce is all about now  a days is only physical in
love or romamce is all about now a days is only physical in
पूर्वार्थ
Soft Toys for Kids | Soft Toys
Soft Toys for Kids | Soft Toys
Chotan
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हर रोज़ मेरे ख़्यालों में एक तू ही तू है,
हर रोज़ मेरे ख़्यालों में एक तू ही तू है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चुप रहनेवाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए
चुप रहनेवाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए
Meera Thakur
वार
वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Finding the Right Help with College Homework
Finding the Right Help with College Homework
Myassignmenthelp
*दासता जीता रहा यह, देश निज को पा गया (मुक्तक)*
*दासता जीता रहा यह, देश निज को पा गया (मुक्तक)*
Ravi Prakash
हरी दरस को प्यासे हैं नयन...
हरी दरस को प्यासे हैं नयन...
Jyoti Khari
"जोकर"
Dr. Kishan tandon kranti
यादों के संसार की,
यादों के संसार की,
sushil sarna
2937.*पूर्णिका*
2937.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शेयर बाजार वाला प्यार
शेयर बाजार वाला प्यार
विकास शुक्ल
हवन - दीपक नीलपदम्
हवन - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
gurudeenverma198
* संवेदनाएं *
* संवेदनाएं *
surenderpal vaidya
*बादल छाये नभ में काले*
*बादल छाये नभ में काले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
உனக்கு என்னை
உனக்கு என்னை
Otteri Selvakumar
ग्रहस्थी
ग्रहस्थी
Bodhisatva kastooriya
ज़िंदगी...
ज़िंदगी...
Srishty Bansal
Loading...