चाक दामन
ज़िंदगी ने कहीं यह बात मुझसे रोते हूए .
क्यों तूने मुझे मौत से जुदा कर दिया .
सी रही थी मेँ चाक दामां किसी तारह .
तुमने तो अश्कों से मेरा दामन भर दिया .
ज़िंदगी ने कहीं यह बात मुझसे रोते हूए .
क्यों तूने मुझे मौत से जुदा कर दिया .
सी रही थी मेँ चाक दामां किसी तारह .
तुमने तो अश्कों से मेरा दामन भर दिया .