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14 Apr 2020 · 1 min read

चांद

रातें मेरी उठी और चांद से जा मिली
चांदनी ने कहा घर अपने क्यूं नहीं गई
~ पुर्दिल सिद्धार्थ

बेचैन रही रात भर मैं तेरे ख्याल में
चांद भी साथ जगा था मेरे दयार में…?
~ पुर्दिल सिद्धार्थ

Language: Hindi
1 Like · 384 Views
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