Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2024 · 2 min read

चांद-तारे तोड के ला दूं मैं

तू जो कहे
चांद- तारे तोड़ के ला दूं मैं।
गम जो हो तुझको कोई
उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं।
तू बात करती है, चंद खुशियों की
सारे जहां की खुशियां, तेरे कदमों में ला दूं मैं।

काले जो बादल छाए
रिम-झिम जो बारिश आए
एक ठंडी हवा का झोंका
सारी फिजा महकाऐं
तेरी जुल्फों को छू के
एक नया संगीत सुनाएं
रंग-बिरंगे फूल खिले हैं
उन रंगों से तेरी, तस्वीर बना दूं मैं।
मैं तो हूं तेरा दीवाना
तू जो कहे
सारे संसार को, तेरे कदमों में ला दूं मैं।

तू जो कहे,
चांद-तारे तोड़ के ला दूं मैं।
गम जो हो तुझको कोई
उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं।
तू बात करती है, चंद खुशियों की
सारे जहां की खुशियां, तेरे कदमों में ला दूं मैं।

झूठी मेैं बातें करता नहीं
जो तू समझे, समझे सही
उलझन है मेरे मन की
जो सुलझे नहीं
जो बातें हैं मेरे दिल में
मैं तुझसे, कह दूं कभी
मैं मिला नहीं, कभी उस रब्ब से
तू जो कहे, तुझे रब्ब से मिला दूं मैं
तू बात करती है एक जहान की
पुरा संसार, तेरा कदमों में ला दूं मैं।

तू जो कहे
चांद-तारे तोड़ के ला दूं मैं।
गम जो हो तुझको कोई
उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं।
तू बात करती है, चंद खुशियों की
सारे जहान की खुशियाँ, तेरे कदमों में ला दूं मैं।

ख्वाब है अपने
सपने हजार देखे
मुश्किल में है हर कोई
मंजिल आसान देखे
खाली है जिंदगी
खाली है सपने
फिर भी कितनी ही ख्वाब देखे
ना होते वो पुरे कभी
फिर भी ख्वाब, सारा जहान देखे
होता क्यो ना, ख्वाबों पे विश्वास मुझे
तेरे सारे ख्वाब, पूरे करा दूं मैं।

तू जो कहे
चांद-तारे तोड़ के ला दूं मैं।
गम जो हो तुझको कोई
उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं।
तू बात करती है, चंद खुशियों की
सारे जहान की खुशियाँ, तेरे कदमों में ला दूं मैं।

Language: Hindi
183 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Swami Ganganiya
View all
You may also like:
इक रोज़ मैं सोया था,
इक रोज़ मैं सोया था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
Amulyaa Ratan
ಬನಾನ ಪೂರಿ
ಬನಾನ ಪೂರಿ
Venkatesh A S
*खाना तंबाकू नहीं, कर लो प्रण यह आज (कुंडलिया)*
*खाना तंबाकू नहीं, कर लो प्रण यह आज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सरकार का अन्यायपूर्ण रवैया बंद होना चाहिए।
सरकार का अन्यायपूर्ण रवैया बंद होना चाहिए।
Ajit Kumar "Karn"
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
यार
यार
अखिलेश 'अखिल'
"निर्णय आपका"
Dr. Kishan tandon kranti
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
We are not meant to stay the same. We are meant to grow and
We are not meant to stay the same. We are meant to grow and
पूर्वार्थ
ख़ामोश मुझे मेरा
ख़ामोश मुझे मेरा
Dr fauzia Naseem shad
” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “
” आलोचनाओं से बचने का मंत्र “
DrLakshman Jha Parimal
*
*"ब्रम्हचारिणी माँ"*
Shashi kala vyas
"ओट पर्दे की"
Ekta chitrangini
जीवन सूत्र (#नेपाली_लघुकथा)
जीवन सूत्र (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"समय का मूल्य"
Yogendra Chaturwedi
उनकी तस्वीर
उनकी तस्वीर
Madhuyanka Raj
मैंने खुद की सोच में
मैंने खुद की सोच में
Vaishaligoel
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
Rituraj shivem verma
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
“जो पानी छान कर पीते हैं,
“जो पानी छान कर पीते हैं,
शेखर सिंह
4610.*पूर्णिका*
4610.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तुम कहो कोई प्रेम कविता
तुम कहो कोई प्रेम कविता
Surinder blackpen
रमेशराज के हास्य बालगीत
रमेशराज के हास्य बालगीत
कवि रमेशराज
हम भारत के रहने वाले, हमारा भारत महान है।
हम भारत के रहने वाले, हमारा भारत महान है।
जय लगन कुमार हैप्पी
जरूरी है
जरूरी है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अनुभव 💐🙏🙏
अनुभव 💐🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
राधा कृष्ण
राधा कृष्ण
रुपेश कुमार
कुछ काम करो , कुछ काम करो
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...