चांद-तारे तोड के ला दूं मैं
तू जो कहे
चांद- तारे तोड़ के ला दूं मैं।
गम जो हो तुझको कोई
उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं।
तू बात करती है, चंद खुशियों की
सारे जहां की खुशियां, तेरे कदमों में ला दूं मैं।
काले जो बादल छाए
रिम-झिम जो बारिश आए
एक ठंडी हवा का झोंका
सारी फिजा महकाऐं
तेरी जुल्फों को छू के
एक नया संगीत सुनाएं
रंग-बिरंगे फूल खिले हैं
उन रंगों से तेरी, तस्वीर बना दूं मैं।
मैं तो हूं तेरा दीवाना
तू जो कहे
सारे संसार को, तेरे कदमों में ला दूं मैं।
तू जो कहे,
चांद-तारे तोड़ के ला दूं मैं।
गम जो हो तुझको कोई
उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं।
तू बात करती है, चंद खुशियों की
सारे जहां की खुशियां, तेरे कदमों में ला दूं मैं।
झूठी मेैं बातें करता नहीं
जो तू समझे, समझे सही
उलझन है मेरे मन की
जो सुलझे नहीं
जो बातें हैं मेरे दिल में
मैं तुझसे, कह दूं कभी
मैं मिला नहीं, कभी उस रब्ब से
तू जो कहे, तुझे रब्ब से मिला दूं मैं
तू बात करती है एक जहान की
पुरा संसार, तेरा कदमों में ला दूं मैं।
तू जो कहे
चांद-तारे तोड़ के ला दूं मैं।
गम जो हो तुझको कोई
उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं।
तू बात करती है, चंद खुशियों की
सारे जहान की खुशियाँ, तेरे कदमों में ला दूं मैं।
ख्वाब है अपने
सपने हजार देखे
मुश्किल में है हर कोई
मंजिल आसान देखे
खाली है जिंदगी
खाली है सपने
फिर भी कितनी ही ख्वाब देखे
ना होते वो पुरे कभी
फिर भी ख्वाब, सारा जहान देखे
होता क्यो ना, ख्वाबों पे विश्वास मुझे
तेरे सारे ख्वाब, पूरे करा दूं मैं।
तू जो कहे
चांद-तारे तोड़ के ला दूं मैं।
गम जो हो तुझको कोई
उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं।
तू बात करती है, चंद खुशियों की
सारे जहान की खुशियाँ, तेरे कदमों में ला दूं मैं।