चांद अब हम तेरा दीदार करेगें
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चांद अब हम तेरा दीदार करेगें
दूर से तो देखा है,करीब से भी बात करेगें
आप मामा हो या महबूब की सूरत
या ब्रह्मांड की खूबसूरत रचना
आपके दर पर पहुंच कर ,आभास करेगें
चांद आपकी चांदनी की बातें, सुनी बहुत
वो कितनी शीतल है,अहसास करेगें
आप सदियों से हमारे है ,
आपके रिश्ते ज्योतिष से पुराने है,
क्या आप भी हम सब को याद करते है
रूबरू हो कर अब सांझा अपने जज़्बात करेगें