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31 Jul 2020 · 1 min read

चल ले चल बहारों में।

चल ले चल हमें बहार में उस
जहाँ प्यार के रंग सदा खिलते हो
जहाँ आता जाता कोई न हो
जहां प्यार वाले ही मिलते हो
इस जलती दुनियां से दूर रहें
कोई ऐसी जगह तु मुझे बता
दुनियां वीरान न चाहूं मैं
अपने बाहों में तु मुझे बिठा
दूर दूर तक भटक रही मैं
वैसा स्थान न कहीं मिला
जैसा स्वर्ग मैं चाहती थी
स्वर्ग वैसा तेरे बाहों में मिला
चल ले चल हमें बहार में उस
जहाँ प्यार के रंग सदा खिलते हो

संजय कुमार✍️✍️

Language: Hindi
2 Likes · 483 Views
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