चलिए ये भी तो अच्छा ही किया आपने
चलिए ये भी तो अच्छा ही किया आपने
लोग कहते थे जिसे पागल उसे भुला दिया आपने
रोती न थी जो ऑंखें अज़िय्यत ए जिंदगी पर
उन ऑंखों को भी रोना सीखा दिया आपने
मासूम तो कोई नहीं, वो भी नहीं तो आप भी नहीं
एक बच्चा छुपा था उसमे उसे भी भगा दिया आपने
~ सिद्धार्थ