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24 Aug 2024 · 1 min read

चलने का नाम ज़िंदगी है

चलने का नाम ज़िंदगी है
तो रुकने का नाम मौत है
ठहरे कहां विश्राम के लिए
यहां तो चारों तरफ़ शोर है
_ सोनम पुनीत दुबे

1 Like · 38 Views
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