Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2024 · 1 min read

चलने का नाम ज़िंदगी है

चलने का नाम ज़िंदगी है
तो रुकने का नाम मौत है
ठहरे कहां विश्राम के लिए
यहां तो चारों तरफ़ शोर है
_ सोनम पुनीत दुबे

1 Like · 53 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sonam Puneet Dubey
View all
You may also like:
आत्मघाती हमला
आत्मघाती हमला
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
बचपना
बचपना
Pratibha Pandey
I love you Shiv
I love you Shiv
Arghyadeep Chakraborty
करतलमें अनुबंध है,भटक गए संबंध।
करतलमें अनुबंध है,भटक गए संबंध।
Kaushal Kishor Bhatt
"सफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
सत्य कुमार प्रेमी
*Flying Charms*
*Flying Charms*
Poonam Matia
समझ
समझ
मधुसूदन गौतम
ദുരന്തം.
ദുരന്തം.
Heera S
घर घर ऐसे दीप जले
घर घर ऐसे दीप जले
gurudeenverma198
सोच समझ कर
सोच समझ कर
पूर्वार्थ
😢
😢
*प्रणय*
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
📚पुस्तक📚
📚पुस्तक📚
Dr. Vaishali Verma
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
Jitendra Chhonkar
बड़ी मादक होती है ब्रज की होली
बड़ी मादक होती है ब्रज की होली
कवि रमेशराज
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
new88couk
कलश चांदनी सिर पर छाया
कलश चांदनी सिर पर छाया
Suryakant Dwivedi
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
Manoj Mahato
*बदलता_है_समय_एहसास_और_नजरिया*
*बदलता_है_समय_एहसास_और_नजरिया*
sudhir kumar
चलो हम तो खुश नहीं है तो ना सही।
चलो हम तो खुश नहीं है तो ना सही।
Annu Gurjar
समय का खेल
समय का खेल
Adha Deshwal
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati
कचनार kachanar
कचनार kachanar
Mohan Pandey
इन हवाओं को महफूज़ रखना, यूं नाराज़ रहती है,
इन हवाओं को महफूज़ रखना, यूं नाराज़ रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
सच दिखाने से ना जाने क्यों कतराते हैं लोग,
Anand Kumar
" मैं और मिथिलाक्षर /तिरहुता लिपि " (संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
राम का न्याय
राम का न्याय
Shashi Mahajan
Loading...